"Best SMS Collection":- New Year SMS. Friendship SMS. Love SMS. Birthday SMS. Anniversary SMS. Funny SMS. Diwali SMS. Holi SMS. Good Morning SMS. Good Night SMS. Have a nice day SMS. Marrige SMS. Miss you SMS. Festival SMS. Valentine Day SMS. Imotional SMS. Thank You SMS. Sorry SMS. Puzzle SMS. Parrents SMS. Ganesh Puja SMS. Krishna Jnmashtmi SMS. Dussehra SMS.Good Friday SMS. Jnmashtmi SMS.Independenance Day SMS. Inspirational SMS. RakshaBandhan SMS. Quotes SMS.
Wednesday, August 26, 2015
Monday, August 17, 2015
बेस्ट मजेदार हिन्दी जोक्स - हंसिये और हंसाइये
होम्योपैथिक डॉक्टर - मैं आपको पांच पुड़िया दे रहा हूं। एक पुड़ियां रोज रात को खाना।
मरीज - डॉक्टर साहब, इस बार पतले कागज में दीजियेगा, पिछली बार निगलने में काफी तकलीफ हुई थी।
चिंटू और मिंटू पहली बार विमान से यात्रा करने के लिए विमान में सवार हुए। थोड़ी देर चिंटू खिड़की से बाहर झांका और मिंटू से बोला - यार मिंटू देख, आदमी लोग कैसे चींटियों जैसे दिख रहे हैं।
मिंटू खिसियाकर बोला - अरे ! बेवकूफों जैसी बातें बंद करो। जो तुम देख रहे हो सचमुच की चींटियां है, अभी जहाज उड़ा ही कहां है।
मिंटू खिसियाकर बोला - अरे ! बेवकूफों जैसी बातें बंद करो। जो तुम देख रहे हो सचमुच की चींटियां है, अभी जहाज उड़ा ही कहां है।
भोला डॉक्टर से - डॉक्टर साहब, मेरी पत्नी के सिर में बहुत दर्द हो रहा, बदन में अकड़न है और आंखें लाल हो गई है।
डॉक्टर - जुबान कैसी है ?
भोला - क्या बताऊं साहब, बहुत ही तेज है।
डॉक्टर - जुबान कैसी है ?
भोला - क्या बताऊं साहब, बहुत ही तेज है।
संतू - लगता है पत्नी को तलाक देना ही पड़ेगा !
मंतू - क्यों, क्या बात है ?
संतू - अब देखो ना,चार महीने हो गए बात ही नहीं कर रही है।
मंतू - एक बार अच्छी तरह फिर सोच ले, ऐसी बीबी हर किसी को नहीं मिलती।
मंतू - क्यों, क्या बात है ?
संतू - अब देखो ना,चार महीने हो गए बात ही नहीं कर रही है।
मंतू - एक बार अच्छी तरह फिर सोच ले, ऐसी बीबी हर किसी को नहीं मिलती।
Saturday, August 15, 2015
Thursday, August 6, 2015
स्वतंत्रता दिवस विशेष : शेरो शायरी - वतन, मुल्क, आजादी, गुलामी
जुबाँ हमारी न समझा यहाँ कोई मजरुह,
हम अजनबी की तरह अपने ही वतन में रहे।
-- मजरुह
हम अजनबी की तरह अपने ही वतन में रहे।
-- मजरुह
मैं उसी मुल्क में जख्मों की कबा ओढ़े हूँ,
लोग जिस मुल्क में फिरते हैं नमकदान लिए।
-- स्व. रजा हैदरी
लोग जिस मुल्क में फिरते हैं नमकदान लिए।
-- स्व. रजा हैदरी
फूलों की महक लेकर कांटों की चुभन लेकर,
परदेश में निकला हूँ एहसासे वतन लेकर।
-- मोहसिन सुहैल
परदेश में निकला हूँ एहसासे वतन लेकर।
-- मोहसिन सुहैल
वतन की राह पे मरना तो सीखिए पहले,
पता चलेगा के ये मौत जिंदगी भी है।
-- सुहैल लखनवी
पता चलेगा के ये मौत जिंदगी भी है।
-- सुहैल लखनवी
वतन के वास्ते ये जान क्या है,
नहीं है इश्क़ तो ईमान क्या है।
मैं हिंदुस्तान का सच्चा सिपाही,
मेरी नजरों में पाकिस्तान क्या है।
-- सुखनवर हुसैन
नहीं है इश्क़ तो ईमान क्या है।
मैं हिंदुस्तान का सच्चा सिपाही,
मेरी नजरों में पाकिस्तान क्या है।
-- सुखनवर हुसैन
कफ़स से छुट के वतन का सुराग भी न मिला,
वो रंगे लाल-ओ गुल था कि बाग भी न मिला।
-- फ़िराक़ गोरखपुरी
वो रंगे लाल-ओ गुल था कि बाग भी न मिला।
-- फ़िराक़ गोरखपुरी
Subscribe to:
Posts (Atom)