-- नानू (मम्मी से) - मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है।
मम्मी - कुछ खाओगे नहीं, दिन भर खाली पेट रहोगे तो दर्द तो होगा ही।
नानू (प्यार से) - मम्मी तो आपके सिर में हमेशा दर्द क्यों होते रहता है।
मम्मी - कुछ खाओगे नहीं, दिन भर खाली पेट रहोगे तो दर्द तो होगा ही।
नानू (प्यार से) - मम्मी तो आपके सिर में हमेशा दर्द क्यों होते रहता है।
-- कालू (पापा से) - पापा, हम जो भाषा बोलते हैं उसे मातृभाषा क्यों कहते हैं ?
पापा - बेटा, पिता को बोलने का मौका ही कहां मिलता है ?
पापा - बेटा, पिता को बोलने का मौका ही कहां मिलता है ?
-- एक पागल खाने में पांच पागल लाइन से बैठे थे और एक कागज को बार-बार एक- दूसरे को दे रहे थे।
दूर खड़ा एक व्यक्ति पागलों की इस हरकत को बड़े आश्चर्य से देख रहा था, आख़िरकार उससे रहा नहीं गया। वह सीधे डॉक्टर के पास गया और उससे बोला - क्या आपने पागलों के इलाज की कोई नई थैरेपी खोज निकाली है।
डॉक्टर ने बताया - जी नहीं। ये पांचों पहले सरकारी नौकरी में थे और अभी भी समझ रहे है कि फाइल एक-दूसरे को लौटा रहे हैं।
दूर खड़ा एक व्यक्ति पागलों की इस हरकत को बड़े आश्चर्य से देख रहा था, आख़िरकार उससे रहा नहीं गया। वह सीधे डॉक्टर के पास गया और उससे बोला - क्या आपने पागलों के इलाज की कोई नई थैरेपी खोज निकाली है।
डॉक्टर ने बताया - जी नहीं। ये पांचों पहले सरकारी नौकरी में थे और अभी भी समझ रहे है कि फाइल एक-दूसरे को लौटा रहे हैं।
-- मौजू अपने दोस्त से मिलने अस्पताल गया। दोस्त के सिर पर गूमड़ देखकर मौजू ने दोस्त से पूछा - तुम्हारे सिर पर यह गूमड़ कैसा ?
दोस्त - मेरे गले का ऑपरेशन हुआ है !
मौजू (आश्चर्य से) - गले के ऑपरेशन का इस गूमड़ से क्या संबंध !
डॉक्टर के पास बेहोश करने की दवा खत्म हो गई थी, दोस्त ने आह भरते हुए कहा।
दोस्त - मेरे गले का ऑपरेशन हुआ है !
मौजू (आश्चर्य से) - गले के ऑपरेशन का इस गूमड़ से क्या संबंध !
डॉक्टर के पास बेहोश करने की दवा खत्म हो गई थी, दोस्त ने आह भरते हुए कहा।
-- रोलू (दुकानदार से) - भैया, काले रंग का बल्ब देना।
दुकानदार (आश्चर्य से) - इसे कहां लगाओगे ?
रोलू - जी, दिन के वक्त अंधेरा करके सोना है !
दुकानदार (आश्चर्य से) - इसे कहां लगाओगे ?
रोलू - जी, दिन के वक्त अंधेरा करके सोना है !